मुझे दृढ़ विश्वास है कि, भारत में दुनिया की आरोग्य राजधानी बनने की क्षमता है :वेंकैया नायडू

मुझे दृढ़ विश्वास है कि, भारत में दुनिया की आरोग्य राजधानी बनने की क्षमता है  :वेंकैया नायडू

रोहित पाल

देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू मंगलवार को केरल की कोट्टालआर्य वैद्य शालाके संस्थापक वैद्य रत्न पी एस वारियर की 150वीं जंयती सामारोह को उद्धघाटन करने पंहुचे थे। उन्होंने वहां भाषण के दौरान कहा कि, देश में दुनिया की आरोग्य राजधानी बनने की क्षमता है क्योंकि हमारे देश में दवा और आरोगेय सेवाओं की पुरानी पंरपरागत पद्घति है।

उन्पोंने आगे कहा कि मेरा दृण विशवास है कि हमारा भारत देश दुनिया की आरोग्य राजधानी बन सकता है। भारत देश सदियों पुरानी परंपरागत चिकित्सा प्रणाली और आरोग्य पद्धति का घर है जिसने न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक आरोग्य को भी बढावा दिया है। हमारे देश मे रोगों के उपचार के लिए एक व्यवस्थित, वैज्ञानिक और तार्किक दृष्टिकोण पहले से ही था। अर्थव वेद मे भी चिकित्सा क्षेत्र के लिए ज्ञान का खजाना है। भारत की चिकित्सा जानकारी के सबसे पुराने स्रोत्र के रुप में प्रशंसा भी की जाती है। इसका इतिहास भी है जो कि ईसा पूर्व छठी शताब्दी का है।

उपराष्ट्रपति वेंकौया नायडू ने अपने भाषण में देश की भाषा को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि किसी भाषा को कोई विशेष अधिकार देने की जरुरत नही है। सभी भाषाएं अच्छी हैं अगर संभव हो तो बच्चों को सभी भाषाएं सीखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी को अपनी मातृभाषा सीखनी चाहिए जैसै केरल में मलयालम पढिए और बाद में दूसरी भाषाएं सीखिए।

 

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